Thursday, March 14, 2019

Notify EWS Reservation Govt of India Dated 17-1-2019

Notify EWS Reservation Govt of India 

Dated 17-1-2019

Permission Letter For Education Enhancemen in Haryana Govt.

Permission Letter For Education Enhancement in Haryana Govt.


Permission Letter for Higher Education for Govt. Employees

Permission For Education Enhancement


Permission For Education Enhancement

Permission Letter for Higher Education for Govt. Employees

Notify for Reservation for EWS in Haryana State Dated: 13-3-2019

Notify for Reservation for EWS in Haryana State Dated: 13-3-2019


Monday, March 11, 2019

Policy on Pursuing Two or More Programmes Simultaneously

Policy on Pursuing Two or More Programmes Simultaneously

Dated: 08 June 2012

The Distance Education Council in its 40th meeting held on 08 June 2012 approved a policy on pursuing two or more programmes simultaneously in various combinations as under. Two Degree Programmes cannot be allowed to be pursued simultaneously. However, a student can pursue two programmes simultaneously through distance mode or combination of distance and regular modes from the same or different Universities / Institutions in various combinations, viz.,

1. One Degree and one Diploma/ P G Diploma/ Certificate
2. One P G Diploma and one Diploma/ Certificate
3. One Diploma and one Certificate
4. Two P G Diplomas
5. Two Diplomas
6. Two Certificates



List of 18 Chronic Diseases For Outdoor Claim in Haryana Government Employees. 

Wednesday, March 6, 2019


Guest Teacher Of Haryana Service Policy Bill in Vidhan Sabha Haryana Job Security Bill 7873 6-3-2019


Notification Date: 26-February-2019



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Monday, March 4, 2019

कहीं आप फर्जी विश्वविद्यालय में तो नहीं कर रहे पढ़ाई, देख लें यूजीसी की यह सूची

कहीं आप फर्जी विश्वविद्यालय में तो नहीं कर रहे पढ़ाई, देख लें यूजीसी की यह सूची

उच्च शिक्षण संस्थानों में नए शैक्षणिक सत्र की प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने से पहले विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने फर्जी संस्थानों को लेकर अलर्ट जारी किया है। देश भर में फैले ऐसे 24 संस्थानों की नई सूची जारी की है, जिसमें से 23 संस्थानों को फर्जी घोषित किया जा चुका है, जबकि एक का मामला न्यायालय में विचाराधीन है। इनमें सबसे अधिक आठ संस्थान अकेले उत्तर प्रदेश से है, जबकि सात संस्थान दिल्ली के है।

यूजीसी के मुताबिक फर्जी संस्थानों की यह सूची फरवरी 2019 की स्थिति में तैयार की गई है। जिसमें नाम घटते और बढते रहते है। यह इसलिए क्योंकि जैसे-जैसे उनके पास फर्जी संस्थानों से जुड़ी सूचनाएं मिलती है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है।

छात्रों के साथ- साथ अभिभावकों को भी ऐसे फर्जी संस्थानों को लेकर आगाह करते हुए यूजीसी ने कहा है कि वह प्रवेश से पहले संस्थानों के बारे में अच्छी तरह से जानकारी करने के बाद ही प्रवेश ले। यूजीसी के जारी इस अलर्ट में कहा गया है कि प्रवेश के दौरान ही ऐसे स्वयंभू संस्थान सामने आते है। इनके निशाने पर ग्रामीण और दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले छात्र रहते है।

यूजीसी ने फर्जी संस्थानों की सूची में उत्तर प्रदेश के जिन संस्थानों को शामिल किया है, उनमें
वाराणसेय संस्कृत विवि, वाराणसी(यूपी) और
जगतपुरी दिल्ली महिला ग्राम विद्यापीठ और
विश्वविद्यालय प्रयाग, गांधी हिन्दी विद्यापीठ प्रयाग,
नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ इलेक्ट्रो कम्प्लेक्स होमियोपैथी,
कानपुर,  नेताजी सुभाष चंद्र बोस यूनिवर्सिटी (ओपन यूनिवर्सिटी) अचलताल,
अलीगढ़, उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय,
कोसीकलां मथुरा, महाराणा प्रताप शिक्षा निकेतन विश्वविद्यालय
प्रतापगढ़,  इंद्रप्रस्थ शिक्षा परिषद, इंस्ट्टीयूशनल एरिया, खोडा, मानकपुर, नोएड़ा-फेज-2 है।

इसके अलावा दिल्ली के सात, ओडिसा के तीन, पश्चिम बंगाल के दो, केरल के एक, कर्नाटक के एक विश्वविद्यालय शामिल है।

दिल्ली में मौजूद फर्जी संस्थान
यूजीसी के फर्जी संस्थानों की सूची में दिल्ली के भी सात संस्थान है। इनमें

कमर्शियल यूनिवर्सिटी लिमिटेड, दरियागंज दिल्ली,

यूनाइटेड नेशन्स यूनिवर्सिटी दिल्ली,

वोकेशनल यूनिवर्सिटी दिल्ली,

एडीआर-सेंट्रिक ज्यूरिडिकल यूनिवर्सिटी,

एडीआर हाउस राजेंद्र प्लेट नई दिल्ली,

इंडियन इंस्टीट्यूट आफ साइंस एंड इंजीनियरिंग, नई दिल्ली,

विश्वकर्मा ओपन यूनिवर्सिटी फोर सेल्फ एम्प्लाइंमेंट, रोजगार सेवासदन, नई दिल्ली

और

अध्यात्मिक विवि( स्प्रीचुअल यूनिवर्सिटी) रोहिणी, नई दिल्ली है।